बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
संकल्प का अभाव
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
बड़ा आदमी (हास्य व्यंग्य)
काफी लोगो ने मेरे पढ़ने की तेहरिन को लेकर सवाल पूंछा
काश जन चेतना भरे कुलांचें
// अगर //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
एक ही निश्चित समय पर कोई भी प्राणी किसी के साथ प्रेम , किस
पर्वतों से भी ऊॅ॑चा,बुलंद इरादा रखता हूॅ॑ मैं
यदि तुम करोड़पति बनने का ख्वाब देखते हो तो तुम्हे इसके लिए स
■ मी एसीपी प्रद्युम्न बोलतोय 😊😊😊
जब मैं तुमसे प्रश्न करूँगा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)