हिन्दीग़ज़ल में कितनी ग़ज़ल? -रमेशराज
Sari bandisho ko nibha ke dekha,
तुम से सिर्फ इतनी- सी इंतजा है कि -
थकावट दूर करने की सबसे बड़ी दवा चेहरे पर खिली मुस्कुराहट है।
मैंने रात को जागकर देखा है
*वही पुरानी एक सरीखी, सबकी रामकहानी (गीत)*
यह जो तुम कानो मे खिचड़ी पकाते हो,
दवा की तलाश में रहा दुआ को छोड़कर,
बड़े महंगे महगे किरदार है मेरे जिन्दगी में l