!! रक्षाबंधन का अभिनंदन!!
*कुमुद की अमृत ध्वनि- सावन के झूलें*
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
साहित्यकार ओमप्रकाश वाल्मीकि का परिचय।
*सार जीवन का सदा, संघर्ष रहना चाहिए (मुक्तक)*
*लोकमैथिली_हाइकु*
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Hum mom ki kathputali to na the.
अँधेरी गुफाओं में चलो, रौशनी की एक लकीर तो दिखी,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
वृक्ष बड़े उपकारी होते हैं,
कुछ हकीकत कुछ फसाना और कुछ दुश्वारियां।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तुम जिसे झूठ मेरा कहते हो
अब उनके ह्रदय पर लग जाया करती है हमारी बातें,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,