पर्दा हटते ही रोशनी में आ जाए कोई
ये कैसे होगा कि तोहमत लगाओगे तुम और..
हर हाल में बढ़ना पथिक का कर्म है।
नयन प्रेम के बीज हैं,नयन प्रेम -विस्तार ।
उसके बदन को गुलाबों का शजर कह दिया,
खुश हो लेता है उतना एक ग़रीब भी,
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
बस कुछ दिन और फिर हैप्पी न्यू ईयर और सेम टू यू का ऐसा तांडव
जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
स्तुति - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
दलित साहित्यकार कैलाश चंद चौहान की साहित्यिक यात्रा : एक वर्णन
मैंने हर मुमकिन कोशिश, की उसे भुलाने की।
Opportunity definitely knocks but do not know at what point - PiyushGoel
भजन -आया श्याम बुलावा- अरविंद भारद्वाज
न दिल किसी का दुखाना चाहिए
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
कहानियां उनकी भी होती है, जो कभी सफल नहीं हुए हर बार मेहनत क
**बकरा बन पल मे मै हलाल हो गया**