Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2024 · 1 min read

■ आखिरकार ■

■ आखिरकार ■

“हुआ अरसा क़लम ख़ामोश ही थी।
इसे मुद्दत में कुछ कुछ होश आया।।”.

◆प्रणय प्रभात◆

1 Like · 78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्रिये..!!
प्रिये..!!
पंकज परिंदा
"स्वतंत्रता के नाम पर कम कपड़ों में कैमरे में आ रही हैं ll
पूर्वार्थ
मैं क्यों याद करूँ उनको
मैं क्यों याद करूँ उनको
gurudeenverma198
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
शरीर मोच खाती है कभी आपकी सोच नहीं यदि सोच भी मोच खा गई तो आ
Rj Anand Prajapati
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
मन चाहे कुछ कहना .. .. !!
Kanchan Khanna
माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं
माँ और बेटी.. दोनों एक ही आबो हवा में सींचे गए पौधे होते हैं
Shweta Soni
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
मुमकिन हो जाएगा
मुमकिन हो जाएगा
Amrita Shukla
3253.*पूर्णिका*
3253.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
आजा आजा रे कारी बदरिया
आजा आजा रे कारी बदरिया
Indu Singh
"तलाश में क्या है?"
Dr. Kishan tandon kranti
" टैगोर "
सुनीलानंद महंत
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
जिदंगी हर कदम एक नयी जंग है,
Sunil Maheshwari
देश के रास्तों पर शूल
देश के रास्तों पर शूल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
भारत के सैनिक
भारत के सैनिक
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
#मज़दूर
#मज़दूर
Dr. Priya Gupta
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
कभी मैं सोचता था कि एक अच्छा इंसान बनना चाहिए तो दुनिया भी अ
Jitendra kumar
तुम्हारे लौट जाने के बाद
तुम्हारे लौट जाने के बाद
Saraswati Bajpai
अनुभूति...
अनुभूति...
ओंकार मिश्र
श्रम साधक को विश्राम नहीं
श्रम साधक को विश्राम नहीं
संजय कुमार संजू
खाली सी सड़क...
खाली सी सड़क...
शिवम "सहज"
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
दस्तूर जमाने का निभाया भी नहीं था
अरशद रसूल बदायूंनी
गर तुम हो
गर तुम हो
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
एक लम्हा
एक लम्हा
Dr fauzia Naseem shad
दो धारी तलवार
दो धारी तलवार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
परम सत्य
परम सत्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
Loading...