Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Otteri Selvakumar
27 Followers
Follow
Report this post
25 Feb 2024 · 1 min read
ତୁମ ର ହସ
ତୁମ ର ହସ
? କ’ଣ ମୂଲ୍ୟ
ଏହା ପଚାରୁଛି
ଗଛ ଉପରେ ହସିଲେ
ସେହି ଜୀବନ୍ତ ଫୁଲ
+ ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Tag:
Quote Writer
Like
Share
133 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
अधूरा ही सही
Dr. Rajeev Jain
4619.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भावुक हृदय
Dr. Upasana Pandey
नश्वर तन को मानता,
sushil sarna
ഒന്നോർത്താൽ
Heera S
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
" हिम्मत "
Dr. Kishan tandon kranti
■ दोहा देव दीवाली का।
*प्रणय*
मंदिरों की पवित्रता
पूर्वार्थ
पिता
Swami Ganganiya
मेरी खुशियों की दिवाली हो तुम।
Rj Anand Prajapati
"होली है आई रे"
Rahul Singh
कैसी लगी है होड़
Sûrëkhâ
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
पूजा
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
प्रकृति का प्रकोप
Kanchan verma
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
कैसे निभाऍं उसको, कैसे करें गुज़ारा।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
हाथ माखन होठ बंशी से सजाया आपने।
लक्ष्मी सिंह
मान तुम प्रतिमान तुम
Suryakant Dwivedi
Line.....!
Vicky Purohit
किसान
Dinesh Kumar Gangwar
उलझन से जुझनें की शक्ति रखें
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
पृष्ठों पर बांँध से
Neelam Sharma
कभी बहुत होकर भी कुछ नहीं सा लगता है,
Sunil Maheshwari
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
मैं एक आम आदमी हूं
हिमांशु Kulshrestha
अरे वो ज्यादा से ज्यादा क्या होगा
Keshav kishor Kumar
Loading...