शरीर दान अनोखा उपहार # 100 शब्दों की कहानी
एम्स रायपुर में एम्स एमबीबीएस के छात्रों व कबीर परमेश्वर प्रचार-प्रसार समिति के संयुक्त तत्वावधान में सम्मान समारोह में उन परिवार के सदस्यों को सम्मानित किया गया, जिनके व्यक्तियों ने अपने शरीर छात्रों के शोध कार्य हेतु दान किए ।
देश में प्रथा है कि मृत्यु के बाद शरीर को जला या दफना दिया जाए, लेकिन जब यही शरीर शोध के लिए मिलता है तो उसमें परीक्षण कर कई बीमारियों का इलाज खोजते हैं । सभी को शरीर दान करना चाहिए, ताकि एक जरूरतमंद इंसान की मदद हो सके, “जिसके लिए शरीर दान अनोखा उपहार है” ।