#१०० शब्दों की कविता# मां के स्नेह की शक्ति बेमिसाल
मां का प्यार होता है कुछ खास
इसमें घुली होती है अपनेपन की मिठास
सब चीजें फिकी लगे नहीं उसमें
मीठेपन का अहसास
मां का प्यार जिसे मिले
वह है सबसे खुशनसीब
कोई भी काम आसान हो जाता
मंजिल लगे करीब
मां को कोई नहीं रहती बच्चों से उम्मीद
ना ही वो करें कभी भी कोई ज़िद
बिखेरे हरदम खुशियां आती हुई बहारों जैसी
मां सब दुःख दर्द सहन करके भी
लुटाती सब पर हमेशा अपना प्यार
चाह नहीं किसी की उसको
सदा बच्चों की खुशी में ही
ढुंढे स्वर्ग जमीं पर
मां के स्नेह की शक्ति बेमिसाल