॥॰॥॰॥॰॰आतिथि आगमन॰॰॥॰॥॰॥
🍁जब आयें अतिथि निज द्वार ,हुआ अच्छें से स्वागत सत्कार !!
बैठाया बड़े भाव से, कराया जल का पान
बोले हम बड़े प्यार से कैसे है श्रीमान,
दिया मीठा पकवान
बोले वो सब कुशलमंगल हैं श्रीमान
आप बताए क्या हाल , अरसे हुए मिलान
बैठे -२ शुरू हो गया प्रश्न-उत्तर का गुणगान एक ज़माना हमारा था,
जब पूछा जाता था चिट्ठी से सबका बखान
अधूरे लगने लगे हर रिश्ते
जब ले लिया टचस्क्रीन ने सबके हाथों में स्थान
क्या वो दिन थे जब हुआ करते थे फ़िल्मी दुनिया का बखान
जब आयें अतिथि निज द्वार ,हुआ अच्छें से स्वागत सत्कार !!
समाप्त हुई सभी बातों पर चर्चायें ,उठे अतिथि
दिया १०० का नोट , बोले खाना इसकी चाट पकोड़ी
अब लेते है सबसे बिदा , फिर से मिलते है श्रीमान !!
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रचनाकार – 😇 डॉ० वैशाली ✍🏻