विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
लोककवि रामचरन गुप्त के पूर्व में चीन-पाकिस्तान से भारत के हुए युद्ध के दौरान रचे गये युद्ध-गीत
सोचना नहीं कि तुमको भूल गया मैं
आज का पुरुष औरतों को समान अधिकार देने की बात कहता है, बस उसे
नेता जी "गीतिका"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मिलना तो होगा नही अब ताउम्र
Shankar Dwivedi (July 21, 1941 – July 27, 1981) was a promin
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
मुट्ठी में बन्द रेत की तरह
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
प्रेम की मर्यादा
singh kunwar sarvendra vikram