।। माँ ।।
माँ जीवन की आशा है
धैर्य की परिभाषा है
माँ सुखों का संगम है
ममता और अभिलाषा है ।।1।।
माँ सुकून का एक पल है
माँ प्यास में जल है
और सभी सुखों का हल है
माँ आज है, माँ कल है ।।2।।
माँ ममता का शौर्य है
माँ स्तंम्भ और धैर्य है
माँ धूप में छाँव है
माँ शहर और गाँव है ।।3।।
माँ स्वार्थ रहित सत्कार है
माँ जीवन और आधार है
माँ हँसता हुआ परिवार है
माँ सुखों का संसार है ।।4।।
माँ का दामन साथ है जिसके
हर बाधाएं दास है उसके
मिलतीं है खुशियाँ जीवन की
होती माँ पास है जिसके ।।5।।
रचनाकार
संजय कुमार *स्नेही * रामगढ़, निहोरगंज आजमगढ़ उत्तर प्रदेश
276201 सम्पर्क सूत्र 9984696598
ई मेल skumar276201@gmail.com
स्वरचित, मौलिक अप्रकाशित रचना