Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2021 · 1 min read

-:।। भाई की ममता ।।:-

वारो पर वार सहे जब दुश्मन की ललकार सुनी।
हिम्मत टूट गई जब आंगन में दीवार बनी।
भाई की ममता को खुदगर्ज़ी ने ललकारा।
उस भाई से संग्राम हुआ जो रहा सहारा।
प्रातः जागा इस आशा में भाई ममता देगा।
दुख दर्दो की कारा से आकर मुक्ति देगा।
जिसको सोचा हाथो की लाठी उसने ली आंग्राई।
भाव भंगिमा देख बंधु की आई मुझे रुलाई।
अब कुछ रहा ना सेश है केवल तन्हाई।
लोप हो गए रिश्ते रहा स्वार्थ और चतुराई।

Language: Hindi
4 Likes · 3 Comments · 561 Views

You may also like these posts

■ आज का शेर दिल की दुनिया से।।
■ आज का शेर दिल की दुनिया से।।
*प्रणय*
*घटते प्रतिदिन जा रहे, जीवन के दिन-रात (कुंडलिया)*
*घटते प्रतिदिन जा रहे, जीवन के दिन-रात (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जहां हिमालय पर्वत है
जहां हिमालय पर्वत है
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
वोट कर!
वोट कर!
Neelam Sharma
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
आज इंसान के चेहरे पर चेहरे,
Neeraj Agarwal
विश्वासघात/धोखा
विश्वासघात/धोखा
लक्ष्मी सिंह
मजे की बात है
मजे की बात है
Rohit yadav
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
हर बात पे ‘अच्छा’ कहना…
Keshav kishor Kumar
नैया पार हो गई
नैया पार हो गई
संतोष बरमैया जय
دل کا
دل کا
Dr fauzia Naseem shad
#यदि . . . !
#यदि . . . !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
मजदूर का बेटा हुआ I.A.S
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
न बोझ बनो
न बोझ बनो
Kaviraag
ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
ऐसा तो हमने कभी सोचा नहीं
gurudeenverma198
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
हथियार बनाता हूं।
हथियार बनाता हूं।
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
sp, 136 मैं माइक का लाल
sp, 136 मैं माइक का लाल
Manoj Shrivastava
संत कबीर
संत कबीर
Indu Singh
4491.*पूर्णिका*
4491.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज की तरह तुम ना मिलो दोस्त में कोई भीखारी नहीं हूं ?
आज की तरह तुम ना मिलो दोस्त में कोई भीखारी नहीं हूं ?
Iamalpu9492
बहुमत
बहुमत
मनोज कर्ण
पुण्य पताका फहरे
पुण्य पताका फहरे
Santosh kumar Miri
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
सोना और चांदी हैं, कलंदर,तेरी आंखें। मशरूब की मस्ती हैं,समंदर तेरी आंखें।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मृतशेष
मृतशेष
AJAY AMITABH SUMAN
वफ़ा  को तुम  हमारी और  कोई  नाम  मत देना
वफ़ा को तुम हमारी और कोई नाम मत देना
Dr Archana Gupta
No amount of regret changes the past.
No amount of regret changes the past.
पूर्वार्थ
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
बड़े बुजुर्गों का गिरा, जहां नैन से नीर
बड़े बुजुर्गों का गिरा, जहां नैन से नीर
RAMESH SHARMA
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
मेरा साथी अब सपने में
मेरा साथी अब सपने में
Rambali Mishra
Loading...