फ़लसफ़ा-ए-ज़ीस्त
बराहे-ज़ीस्त, कुछ मन्ज़र, शदीद आएँगे,
जज़्बे-तौफ़ीक़, कभी दिल से ना जुदा करना।
दौरे-ग़ुरबत-ओ-गर्दिशाँ से, वास्ता हो कभी,
रज़ा ख़ुदा की, मानकर भी तुम बसर करना।
शजर बड़े भी, बहुत से पड़ेंगे राहों मेँ,
छाँव दे दे कोई, तो उसका शुक़्रिया करना।
दोस्त भी कुछ, ज़रूर दिल तेरा दुखाएँगे,
सिखाएँगे वो बहुत कुछ, ज़रा सबर रखना।
भूला-बिसरा, कोई रफ़ीक़, याद आ जाए,
बिन कोई बात, कभी उस से बात कर लेना।
दिल-ए-पैमाँ कभी, लबरेज़े-ग़मे-यार जो हो,
होठ सीकर के, फ़क़त अश्क़ कुछ बहा लेना।
कई रहबर भी, तुझको आइना दिखाएंगे,
दिखा के आइना, रुख़सत न उन्हें कर देना।
इज़ाफ़े-फ़ासला, इक हुनर-ए-सियासत है,
आ के बातों में, क़ुरबतेँ न तुम मिटा देना।
शानो-शौक़त भी लुभाएगी, रक्सो-जलसे भी,
लुत्फ़ लेना, मगर इन्साँ को ना भुला देना।
पुराने राब्तोँ की, यादे-हसीं दिल में रहे,
जो ख़लफ़िशार होँ,फ़ौरन ही तुम मिटा देना।
जलवा-ए-नूर भले, माहो-आफ़ताब-ए-दहर,
दिखे जुगनू जो, तो उससे भी गुफ़्तगू करना।
नातवाँ साज़ गर, जवाब भी दे जाए कभी,
हसीं-सवाले-तराना, ही गुनगुना लेना।
कलम मेँ जान है जब तक, मैं लिखता जाऊँगा,
लगे भला तो भले ना, लगे बुरा जो, तो बता देना।
याद आएँगे कई लोग, नज़्म ये पढ़ कर,
दिल से “आशा” को, कभी पर न तुम भुला देना..!
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बराहे-ज़ीस्त # जीवन पथ पर,on the path of life
मन्ज़र # दृश्य,scenes
शदीद # कठिन,difficult
जज़्बे-तौफ़ीक़ # उत्साह एवं साहस, vigour and courage
दौरे-ग़ुरबत-ओ-गर्दिशाँ # कड़की,व अन्य किसी कारणवश गिरा वक़्त,time of financial and other hardships
शजर # वृक्ष,tree
रफ़ीक़ # मित्र, friend
दिल-ए-पैमाँ # हृदय रुपी बर्तन,(as if) the utensil of heart
लबरेज़े-ग़मे-यार # मित्र अथवा प्रेमी/प्रेमिका के दुख से लबालब भर जाना, filled with sorrow of friend or beloved
रहबर # पथप्रदर्शक, नेता आदि,guide,leader etc.
इज़ाफ़े-फ़ासला # दूरियाँ बढ़ा देना, to increase the distance
हुनर-ए-सियासत # राजनैतिक दाँव-पेँच, political techniques
क़ुरबतेँ # नज़दीकियाँ,nearness
रक्स # नृत्य, dance
जलसे # आयोजन, celebrations
राब्ता # सम्बन्ध, relationship
ख़लफ़िशार # मतभेद, differences
जलवा-ए-नूर # प्रकाश की भव्यता, splendour of light
माहो-आफ़ताब # चाँद और सूरज(का),(of) moon and sun
दहर # सँसार (मेँ),(in the) world
नातवाँ # दुर्बल,weak
साज़ # वाद्य यन्त्र, musical instrument
हसीं-सवाले-तराना # गीत के रूप में कोई ख़ूबसूरत सवाल,a beautiful question in the form of a song
Written by-
Dr.Asha Kumar Rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964