Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2020 · 1 min read

ज़िन्दगी मेहरबान है तो क्या

ज़िन्दगी मेहरबान है तो क्या
मौत इक इम्तिहान है तो क्या

भूल जा ज़ख़्म मेरे तू ऐ दोस्त!
ये तिरा योगदान है तो क्या

कह नहीं सकता बात मौक़े पर
मेरे मुँह में ज़ुबान है तो क्या

हूँ लपेटे ग़मों की चादर मैं
तू अगर शादमान है तो क्या

ज़ख़्म तो भर गया है अब यारो!
पीठ पर यूँ निशान है तो क्या

2 Comments · 375 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
View all
You may also like:
🙂
🙂
Sukoon
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
आहट
आहट
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है
प्रेमदास वसु सुरेखा
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
शीर्षक : पायजामा (लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
जन मन में हो उत्कट चाह
जन मन में हो उत्कट चाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*गाओ  सब  जन  भारती , भारत जिंदाबाद   भारती*   *(कुंडलिया)*
*गाओ सब जन भारती , भारत जिंदाबाद भारती* *(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
समझ ना आया
समझ ना आया
Dinesh Kumar Gangwar
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
तुम कहते हो राम काल्पनिक है
Harinarayan Tanha
अर्थ का अनर्थ
अर्थ का अनर्थ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दीपावली
दीपावली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
15- दोहे
15- दोहे
Ajay Kumar Vimal
दिल में गहराइयां
दिल में गहराइयां
Dr fauzia Naseem shad
अफसोस-कविता
अफसोस-कविता
Shyam Pandey
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
चार दिन की जिंदगी मे किस कतरा के चलु
Sampada
जो चाहने वाले होते हैं ना
जो चाहने वाले होते हैं ना
पूर्वार्थ
बने महब्बत में आह आँसू
बने महब्बत में आह आँसू
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग्रामीण ओलंपिक खेल
ग्रामीण ओलंपिक खेल
Shankar N aanjna
कशमें मेरे नाम की।
कशमें मेरे नाम की।
Diwakar Mahto
💐 Prodigy Love-25💐
💐 Prodigy Love-25💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"व्यवहार"
Dr. Kishan tandon kranti
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
🧟☠️अमावस की रात☠️🧟
SPK Sachin Lodhi
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
हम तूफ़ानों से खेलेंगे, चट्टानों से टकराएँगे।
आर.एस. 'प्रीतम'
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
* सुन्दर झुरमुट बांस के *
surenderpal vaidya
एक बंदर
एक बंदर
Harish Chandra Pande
3367.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3367.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
कुदरत से मिलन , अद्धभुत मिलन।
Kuldeep mishra (KD)
याद आया मुझको बचपन मेरा....
याद आया मुझको बचपन मेरा....
Harminder Kaur
मीठे बोल
मीठे बोल
Sanjay ' शून्य'
Loading...