Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2017 · 1 min read

ज़िन्दगी को ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी करते रहे

ज़िन्दगी को ज़िन्दगी भर ज़िन्दगी करते रहे
बस यही इक काम था जो हर घड़ी करते रहे
:
मैं तो ग़म मे ड़ूब कर भी मौत से हारा नहीं
लोग खुशियों की हवस मे खुदकुशी करते रहे।
,
ख़त्म अपने प्यार का ये सिलसिला हो जाएगा
आप गर यूंही मुहब्बत में कमी करते रहे
:
आप ग़ाफ़िल ही रहे और देश सारा लुट गया
ये है मुजरिम वो है मुजरिम बस यही करते रहे
‘:
लो अमीरों के ये बच्चे घूम आये चाँद पर
मुफ़लिसों के बच्चे देखो काम ही करते रहे
:
मुल्क के अनपढ़ थे जितने सारे नेता बन गये
जो सियासत के थे क़ाबिल नौकरी करते रहे
:
आग यूं नफ़रत की फैली शहर सारा जल गया
तुम क़मर बस घर मे बैठे शायरी करते रहे

1 Like · 1 Comment · 388 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छवि अति सुंदर
छवि अति सुंदर
Buddha Prakash
यदि मैं अंधभक्त हूँ तो, तू भी अंधभक्त है
यदि मैं अंधभक्त हूँ तो, तू भी अंधभक्त है
gurudeenverma198
***
*** " चौराहे पर...!!! "
VEDANTA PATEL
*Love filters down the soul*
*Love filters down the soul*
Poonam Matia
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
भक्तिकाल
भक्तिकाल
Sanjay ' शून्य'
तुम मुझे भुला ना पाओगे
तुम मुझे भुला ना पाओगे
Ram Krishan Rastogi
संगीत........... जीवन हैं
संगीत........... जीवन हैं
Neeraj Agarwal
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
अर्थी चली कंगाल की
अर्थी चली कंगाल की
SATPAL CHAUHAN
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
शिव स्वर्ग, शिव मोक्ष,
Atul "Krishn"
फूल खुशबू देते है _
फूल खुशबू देते है _
Rajesh vyas
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
*जिंदगी मुझ पे तू एक अहसान कर*
sudhir kumar
बेइंतहा सब्र बक्शा है
बेइंतहा सब्र बक्शा है
Dheerja Sharma
देशभक्ति
देशभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
किए जा सितमगर सितम मगर....
किए जा सितमगर सितम मगर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
हिन्दी पढ़ लो -'प्यासा'
Vijay kumar Pandey
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जीभ/जिह्वा
जीभ/जिह्वा
लक्ष्मी सिंह
पड़े विनय को सीखना,
पड़े विनय को सीखना,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
उसको फिर उसका
उसको फिर उसका
Dr fauzia Naseem shad
उम्र गुजर जाती है किराए के मकानों में
उम्र गुजर जाती है किराए के मकानों में
करन ''केसरा''
सोच
सोच
Sûrëkhâ
उड़ चल रे परिंदे....
उड़ चल रे परिंदे....
जगदीश लववंशी
3116.*पूर्णिका*
3116.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*तुम राजा हम प्रजा तुम्हारी, अग्रसेन भगवान (गीत)*
*तुम राजा हम प्रजा तुम्हारी, अग्रसेन भगवान (गीत)*
Ravi Prakash
"कलाकार"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर प्रफुल्ल पटेल
अगर प्रफुल्ल पटेल
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...