Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2017 · 1 min read

ज़िंदगी बहुत कम बची है दोस्त !

ज़िंदगी बहुत कम बची है दोस्त !

मगर जान लो ये बात ..
मैं ज़िंदगी के पीछे दौड़ता नहीं
मौत से घबराता नहीं !

ज़िंदगी को ख़ूबसूरत बनाने के लिए
बेशुमार सपने भी देखता हूँ
उन सपनों के लिए मेहनत करता हूँ !

मगर वो सपने मेरे है, मेहनत भी मेरी
किसी पर कोई आरोप या ईर्ष्या नहीं
जो साथ आते है, उन्हें स्वीकारता हूँ !

कुछ भी न करने से भला मनचाहा कुछ
करके भी जाऊँगा यही तो ठान ली है हमने
आपको हम पसंद हो न हो, ये हो सकता है !

मगर अपना प्यार, स्नेह, वात्सल्य से
जो कुछ छोड़कर जाऊँगा, तब मैं नहीं
मेरे शब्द होंगे, संवाद होंगे और आप भी !

ज़िंदगी बहुत कम बची है दोस्त !

*
|| पंकज त्रिवेदी

Language: Hindi
216 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
जो भी आ जाएंगे निशाने में।
सत्य कुमार प्रेमी
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
Sahil Ahmad
■ मेरे विचार से...
■ मेरे विचार से...
*Author प्रणय प्रभात*
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
गरीब और बुलडोजर
गरीब और बुलडोजर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"टेंशन को टा-टा"
Dr. Kishan tandon kranti
*शब्द*
*शब्द*
Sûrëkhâ Rãthí
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
सर्दियों का मौसम - खुशगवार नहीं है
Atul "Krishn"
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Khuch chand kisso ki shuruat ho,
Sakshi Tripathi
जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का,
जमाने से क्या शिकवा करें बदलने का,
Umender kumar
23/96.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/96.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉक्टर्स
डॉक्टर्स
Neeraj Agarwal
अंग अंग में मारे रमाय गयो
अंग अंग में मारे रमाय गयो
Sonu sugandh
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Raju Gajbhiye
हिन्दी पर विचार
हिन्दी पर विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ज़िंदगी मौत पर
ज़िंदगी मौत पर
Dr fauzia Naseem shad
महामारी एक प्रकोप
महामारी एक प्रकोप
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
काश.......
काश.......
Faiza Tasleem
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
💐प्रेम कौतुक-501💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
*भारत जिंदाबाद (गीत)*
*भारत जिंदाबाद (गीत)*
Ravi Prakash
मुक्तक7
मुक्तक7
Dr Archana Gupta
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
मत सता गरीब को वो गरीबी पर रो देगा।
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Arj Kiya Hai...
Arj Kiya Hai...
Nitesh Kumar Srivastava
Suno
Suno
पूर्वार्थ
चार पैसे भी नही....
चार पैसे भी नही....
Vijay kumar Pandey
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
मनोज कर्ण
Loading...