ग़ज़ल
अपना दामन बचा के रखना
*******अपना दामन बचा के रखना *******
सरे राह चलते चलते , अपनी हस्ती बचा के रखना
यह शेहर बड़ा जालिम है ,अपना दामन बचा के रखना !!
दाग लगाने में यहाँ देर, पल भर नहीं की जाती
चलते चलते वल्लाह अपने को यहाँ बचा के चलना !!
खरीदने तो जा रहे हो खुशियन अपने जीवन के लिए
किस कि बुरी नजर पड़ जाये, उसकी नजर से बचा के रखना !!
किस्से रोजाना सुनते आ रहे हो जालिम इस दुनिया के
“अजीत” का कहना है, कि बस अपना दामन संभाल के रखना !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ