ग़ज़ल
ग़ज़ल
काफ़िया- आर
रदीफ़- करें हम
211 211 211 211
इश्क़ मुहब्बत प्यार करें हम।
चल उनसे इज़हार करें हम।
पास वहीं उनके हम बैठे’
बात चलो दो’ चार करें हम।
याद उन्हें प्रतिदिन हम करते’
आज चलो तक़रार करें हम।
रोज उसे खिड़की से ताके,
अब खुलकर चल प्यार करें हम।
इश्क मुहब्बत की बातों को,
मिलकर के स्वीकार करें हम।
अदम्य