प्यार कर के रुलाना नहीं चाहिये
दिल कभी यूँ दुखाना नहीं चाहिये।
प्यार कर के रुलाना नहीं चाहिये।।
चाहता हो दिलो जान से जो हमें।
आँख उनसे चुराना नहीं चाहिये।।
जो तुम्हारी तरह ही मुहब्बत करे।
प्यार उनका भुलाना नहीं चाहिये।।
हो गया हो फ़ना जो तुम्हारे लिए।
अब उसे औ जलाना नहीं चाहिये।।
मान जाओ हमारी सभी बात को।
यार इतना सताना नहीं चाहिये।।
✍️ सतेन्द्र गुप्ता
पडरौना कुशीनगर
मो.- 6393000233