Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Sep 2016 · 1 min read

ग़ज़ल…’मरेंगे जिएंगे ; जिएंगे मरेंगे..’

======================
जहाँ पर गगन और सागर मिलेंगे
ज़ुदा दिल कभी तो वहीँ पर मिलेंगे

गुलों ने चमन में मुस्काते कहा है
कली है अभी जो तुम्ही से खिलेंगे

बड़े बेशरम हैं तिरे शहर वाले
पता मांग लूँ अगर गड़बड़ लिखेंगे

पंछी शाम जब ‘ आशियाने मुड़ेंगे
उसी वक़्त हम ‘ तुम ‘ सूरज ‘ ढलेंगे

ग़लतफ़हमियों में कभी जब लड़ेंगे
मरेंगे जिएंगे ; जिएंगे मरेंगे

बताना नहीं तुम ज़ज़्बाते दिलों को
मजा कर रहे हैं ‘ मजे से हँसेंगे

सितमगर तैयारियाँ… और कर ले
मिरी वापसी; दूत…. कल तक चलेंगे

अदाएं ;वफायें ; निगाहें ; ज़माने
फ़क़त याद है अब ‘ लिखेंगे लिखेंगे

नए प्रेमियों की सदा ताज़ जाकर
चंदा ‘चांदनी ‘ब’ मुमताज़ निकलेंगे

===========================
रजिंदर सिंह छाबड़ा

304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चाहे मिल जाये अब्र तक।
चाहे मिल जाये अब्र तक।
Satish Srijan
हर पल
हर पल
Neelam Sharma
*कृपा प्रभु की है जो सॉंसों का, क्रम हर क्षण चलाते हैं (मुक्
*कृपा प्रभु की है जो सॉंसों का, क्रम हर क्षण चलाते हैं (मुक्
Ravi Prakash
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
नलिनी छंद /भ्रमरावली छंद
Subhash Singhai
माँ की याद आती है ?
माँ की याद आती है ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"यदि"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
तुम भी 2000 के नोट की तरह निकले,
Vishal babu (vishu)
हिंदी पखवाडा
हिंदी पखवाडा
Shashi Dhar Kumar
पथ सहज नहीं रणधीर
पथ सहज नहीं रणधीर
Shravan singh
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
एक महिला की उमर और उसकी प्रजनन दर उसके शारीरिक बनावट से साफ
Rj Anand Prajapati
यह ज़मीं है सबका बसेरा
यह ज़मीं है सबका बसेरा
gurudeenverma198
संकल्प
संकल्प
Shyam Sundar Subramanian
गुहार
गुहार
Sonam Puneet Dubey
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
#संकट-
#संकट-
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन एक मकान किराए को,
जीवन एक मकान किराए को,
Bodhisatva kastooriya
हम तुम्हारे साथ हैं
हम तुम्हारे साथ हैं
विक्रम कुमार
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
चोरबत्ति (मैथिली हायकू)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कविता कि प्रेम
कविता कि प्रेम
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
चुनौती हर हमको स्वीकार
चुनौती हर हमको स्वीकार
surenderpal vaidya
इस जग में है प्रीत की,
इस जग में है प्रीत की,
sushil sarna
अब ये ना पूछना कि,
अब ये ना पूछना कि,
शेखर सिंह
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नारी
नारी
Acharya Rama Nand Mandal
शायरी
शायरी
goutam shaw
मुक्ति मिली सारंग से,
मुक्ति मिली सारंग से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वीकेंड
वीकेंड
Mukesh Kumar Sonkar
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
Loading...