Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2016 · 1 min read

ग़ज़ल ( जिंदगी का सफ़र)

ग़ज़ल ( जिंदगी का सफ़र)

बीती उम्र कुछ इस तरह कि खुद से हम न मिल सके
जिंदगी का ये सफ़र क्यों इस कदर अंजान है

प्यासा पथिक और पास में बहता समुन्द्र देखकर
जिंदगी क्या है मदन , कुछ कुछ हुयी पहचान है

कल तलक लगता था हमको शहर ये जाना हुआ
इक शख्श अब दीखता नहीं तो शहर ये बीरान है

इक दर्द का एहसास हमको हर समय मिलता रहा
ये बक्त की साजिश है या फिर बक्त का एहसान है

गर कहोगें दिन को दिन तो लोग जानेगें गुनाह
अब आज के इस दौर में दिखते नहीं इन्सान है

गैर बनकर पेश आते, बक्त पर अपने ही लोग
अपनो की पहचान करना अब नहीं आसान है

ग़ज़ल ( जिंदगी का ये सफ़र)
मदन मोहन सक्सेना

281 Views

You may also like these posts

विज्ञानी संदेश
विज्ञानी संदेश
Anil Kumar Mishra
निगाह  मिला  के , सूरज  पे  ऐतबार  तो  कर ,
निगाह मिला के , सूरज पे ऐतबार तो कर ,
Neelofar Khan
गज़ल
गज़ल
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)
खुशी मनाती आज अयोध्या, रामलला के आने की (हिंदी गजल)
Ravi Prakash
वहम और अहम में रहना दोनो ही किसी व्यक्ति के लिए घातक होता है
वहम और अहम में रहना दोनो ही किसी व्यक्ति के लिए घातक होता है
Rj Anand Prajapati
सत्यदेव
सत्यदेव
Rajesh Kumar Kaurav
चुनौतियाँ शहरों की
चुनौतियाँ शहरों की
Chitra Bisht
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
अधूरा इश्क़
अधूरा इश्क़
Dipak Kumar "Girja"
"When everything Ends
Nikita Gupta
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
लग जा गले कि फिर ये हसीं रात हो न हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
परवरिश
परवरिश
dr rajmati Surana
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
रात नहीं सपने बदलते हैं,
रात नहीं सपने बदलते हैं,
Ranjeet kumar patre
तुम्हीं मेरा रस्ता
तुम्हीं मेरा रस्ता
Monika Arora
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
पंखो सी हलकी मुस्कान तुम्हारी ,
Manisha Wandhare
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
पत्थर जैसे दिल से दिल लगाना पड़ता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
स्त्री
स्त्री
Ajay Mishra
निशाना
निशाना
अखिलेश 'अखिल'
कोशिश करना आगे बढ़ना
कोशिश करना आगे बढ़ना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"बात पते की"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी
हिन्दी
लक्ष्मी सिंह
23/73.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/73.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खाऊ नेता
खाऊ नेता
*प्रणय*
कुण्डलिया छंद
कुण्डलिया छंद
sushil sharma
रोशनी
रोशनी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कुदरत के रंग.....एक सच
कुदरत के रंग.....एक सच
Neeraj Agarwal
मुक्ताहरा सवैया
मुक्ताहरा सवैया
Kamini Mishra
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
------------जिससे जितने संयोग मिलेंगे------------
पूर्वार्थ
Loading...