ख़ुशी
उसकी ख़ुशी मेरे लिए
जैसे आसमानी दुआ कोई
मेरा दर्द पी गया कोई
रात सिमटी मन के कोने में
मेरे अंतर को छू गया कोई
उसकी ख़ुशी मेरे लिए
बेहिसाब ज़ख्मों की दवा जैसी
बरस उठी कोई घटा जैसी
तपते सूरज से राहत देने
मचल उठी ठंडी हवा जैसी