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14 Jul 2017 · 1 min read

ख़ामोशी

ख़ामोशी……

जाने कितनी आवाज़ों का ख़ून बहा कर
चैन से सोई है कमरे में ख़ामोशी।
अब कोई आवाज़ न करना,
चुप रहना
एक भी हर्फ़ अगर ग़लती से
तेरे लबों से छूट गया
और गिर कर फर्श पे छन से टूट गया तो
तड़प तड़प कर मर जाएगी ख़ामोशी,,,,

Language: Hindi
261 Views

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