हड़ताल और बीमार बेटा
हड़ताल और बीमार बेटा
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मन अनहोनी की शंका से
थर-थर-थर-थर कांप रहा है
आधी रात हुई है बेटा
पल पल देखो हाफ रहा है
अस्पताल जाना है लेकिन
हड़ताल अभी तक जारी है
लोगों की यह मारा-मारी
इसके जीवन पर भारी है
बंद रहेगी सड़क अगर तो
कैसे होगा काम बताएं
अगर इलाज नहीं मिल पाया
क्या होगा अंजाम बताएं
हुआ अगर कुछ भी बेटे को
मुश्किल हो जायेगा जीना
लगता है जैसे यह मेरा
फट ही जायेगा अब सीना
रचना- आकाश महेशपुरी