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28 Dec 2022 · 1 min read

हौसला देना

ग़ज़ल
साथ गर तुम चलो बता देना
मुझको मुश्किल में हौसला देना

लड़खड़ाने लगूँ अगर मैं कहीं
हाथ अपना दे कर उठा देना

मुझको चाहत न हीरे मोती की
तुम मुझे दिल से बस दुआ देना

यह ज़माना ख़िलाफ़ हो चाहे
तब भी अपनी मुझे वफ़ा देना

हाथ जब और थाम ले कोई
तुम मुझे दिल से फिर भुला देना

प्यार बंधन कभी न बँध पाये
पत्र सब आग में जला देना

हों सुधा हम जुदा तो रो रो कर
मत कभी दिल को यूँ सज़ा देना

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’
27/12/2022

Language: Hindi
166 Views

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