Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2020 · 1 min read

हौसला।

यूँ ही नही मिलती राही को मंजिल
इक दिल मे जुनून सा जगाना पड़ता है।
जब मैने पूछा उस नन्ही चिड़िया से
कैसे बना तेरा आशियाना।।
बोली भरनी पड़ती है ,उड़ान व तिनका तिनका उठाना पड़ता है।।।

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 6 Comments · 263 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बुदबुदा कर तो देखो
बुदबुदा कर तो देखो
Mahender Singh
अमरत्व
अमरत्व
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
सज़ल
सज़ल
Mahendra Narayan
" वतन "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
मंगल मय हो यह वसुंधरा
मंगल मय हो यह वसुंधरा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
पाँव में खनकी चाँदी हो जैसे - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
2942.*पूर्णिका*
2942.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमारे जैसी दुनिया
हमारे जैसी दुनिया
Sangeeta Beniwal
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
धुएं से धुआं हुई हैं अब जिंदगी
Ram Krishan Rastogi
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
एतबार इस जमाने में अब आसान नहीं रहा,
manjula chauhan
अब महान हो गए
अब महान हो गए
विक्रम कुमार
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
हरवंश हृदय
मुक्तक।
मुक्तक।
Pankaj sharma Tarun
घर हो तो ऐसा
घर हो तो ऐसा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
gurudeenverma198
सुनो स्त्री,
सुनो स्त्री,
Dheerja Sharma
सनम  ऐसे ना मुझको  बुलाया करो।
सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
100 से अधिक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं की पते:-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम्हारे महबूब के नाजुक ह्रदय की तड़पती नसों की कसम।
तुम्हारे महबूब के नाजुक ह्रदय की तड़पती नसों की कसम।
★ IPS KAMAL THAKUR ★
बहे संवेदन रुप बयार🙏
बहे संवेदन रुप बयार🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
चॉंद और सूरज
चॉंद और सूरज
Ravi Ghayal
#हिंदी_मुक्तक-
#हिंदी_मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
झिलमिल झिलमिल रोशनी का पर्व है
झिलमिल झिलमिल रोशनी का पर्व है
Neeraj Agarwal
अभी गनीमत है
अभी गनीमत है
शेखर सिंह
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
"कवि"
Dr. Kishan tandon kranti
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
फीका त्योहार !
फीका त्योहार !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
"New year की बधाई "
Yogendra Chaturwedi
Loading...