हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
हो रहा अवध में इंतजार हे रघुनंदन कब आओगे।
श्री जनकसुता जीवन आधार कब अपनी छवि दिखलाओगे।।
श्यामल तन कमल नयन राघव फिर धनुष बाण धारण करके।
कब कौशल नाथ भगत वत्सल भक्तों को गले लगाओगे।।
हारा अधर्म फिर रामराज्य की विजय पताका लहराई।
सोया भारत फिर जाग रहा ले रहा सनातन अंगड़ाई।।
🌹जय श्री राम🌹