हो जा तू अमर
तू भारत माता का सपूत
वीर सिपाही बनकर संवर।
नहीं समय तू व्यर्थ गंवाना
कलियों संग-संग बन भ्रमर।
भारत माता पुकार रही है
मेरे लाल कस ले तू कमर।
उतर जा तू बन शेर युद्ध में
जीत ले तू दुश्मन से समर।
सीमा से यूं खदेड़ दे शत्रु को
दूर-दूर तक फिर न आए नजर।
विजयी बना कर भारत मांँ को
बनकर शहीद तू हो जा अमर।
रंजना माथुर
दिनांक १०/०४/२०१८
जयपुर (राजस्थान)
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
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