Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2022 · 1 min read

होस्टल

ऊंगली पकड़कर जिसे चलना सिखाया था कल
आज छोड़ आए उसे आत्मनिर्भर बनने के लिए होस्टल
दरिया जैसी कलकल बेटी रहे नही कभी निर्बल
सुना सुना लग रहा है घर-आँगन की हलचल
दिल की अरमान माँ-पापा की मान
आशा है बढ़ायेगी अपने कुल की गुमान
समय की नज़ाकत से भर दिये है उसे हौसलों की उड़ान
ताकि जिन्दगी भर मिलता रहे सम्मान
माना कि डॉक्टरों की पढाई है नही आसान
लेकिन, ठीक से पढ़ लेगी तो बन जायेगी पहचान
ईश्वर से यही प्रार्थना है कि घटने न दे कभी अभिमान।।

प्रस्तुति:
पवन ठाकुर “बमबम”
गूरुग्राम

Language: Hindi
2 Likes · 210 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीता हो या मानस
गीता हो या मानस
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ईर्ष्या
ईर्ष्या
नूरफातिमा खातून नूरी
पनघट गायब हो गए ,पनिहारिन अब कौन
पनघट गायब हो गए ,पनिहारिन अब कौन
Ravi Prakash
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
कैसा दौर है ये क्यूं इतना शोर है ये
Monika Verma
अगर मैं अपनी बात कहूँ
अगर मैं अपनी बात कहूँ
ruby kumari
चंद्रयान
चंद्रयान
Mukesh Kumar Sonkar
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
पिताश्री
पिताश्री
Bodhisatva kastooriya
रिश्ता ऐसा हो,
रिश्ता ऐसा हो,
लक्ष्मी सिंह
नया भारत
नया भारत
दुष्यन्त 'बाबा'
कभी कभी
कभी कभी
Shweta Soni
वह इंसान नहीं
वह इंसान नहीं
Anil chobisa
*वक्त की दहलीज*
*वक्त की दहलीज*
Harminder Kaur
"ख्वाहिश"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
दोहे
Dr. Pradeep Kumar Sharma
|| तेवरी ||
|| तेवरी ||
कवि रमेशराज
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/174.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
*गुड़िया प्यारी राज दुलारी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
*अज्ञानी की मन गण्ड़त*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुझको मेरा हिसाब देना है
मुझको मेरा हिसाब देना है
Dr fauzia Naseem shad
*आदत बदल डालो*
*आदत बदल डालो*
Dushyant Kumar
गाली भी बुरी नहीं,
गाली भी बुरी नहीं,
*Author प्रणय प्रभात*
दोस्ती
दोस्ती
Shashi Dhar Kumar
कब टूटा है
कब टूटा है
sushil sarna
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
DrLakshman Jha Parimal
आजादी विचारों से होनी चाहिये
आजादी विचारों से होनी चाहिये
Radhakishan R. Mundhra
हिन्दी दोहा-विश्वास
हिन्दी दोहा-विश्वास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
Rj Anand Prajapati
हे देवाधिदेव गजानन
हे देवाधिदेव गजानन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...