होली हुड़दंग
त्यौहार में त्यौहार है होली का त्यौहार हैं
लाल पिला हरा नीला रंगों का त्यौहार है
धमा-चौकड़ी रंग-बिरंगी सभी करे धमाल हैं
सभी के तो मन को भाये फाल्गुन का त्यौहार है
ढफ ढोलकी चंग बजाते नशा भांग का है यारों
करते नृत्य मटक मटक सब ऐसा ये त्यौहार हैं
दौर आ गया शराब का जो मति हो गई भ्रष्ट हैं
शर्म लिहाज को दफन कर लोग मना रहे त्यौहार हैं
लूट गई इज्जत किसी नार की करती वो चित्कार हैं
हाय.. रे किस्मत कैसे मनाये होली का त्यौहार हैं
रंग से बदरंग हो गया क्यों होली का त्यौहार हैं
दागदार क्यों हो गया ये खुशियों का त्यौहार हैं