होली संग साली
हास्य कविता
हो ली और सा ली
होरी पर
हो ली
सा ली
संग हमारे
पत्नी बोली
किते जाओगे
इसको लेके
हमने कयी
अरे है सा री
हमार
आधी घर वारी
पत्नी ने
उठाओ फोनवा
और बोरी :
” ओ देवर जी
जरा इते
आ जाओ
बन के
हमार आधे
घर वारे”
हमार जोस
उतर गयो
डर लगो
अम्मा की
पिटाई से
हमने कही
होरी पर
गोरी साली हो
मजाक जित्ती
आगे कदम
बढ़ाओ तो
बीबी है
शेरनी जित्ती
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल