Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 May 2024 · 1 min read

पहला इश्क

मुस्कुराहटों पे उनके जान निसार था
कैसे मैं बताऊँ, उनसे कितना प्यार था
दिल के ज़र्रे ज़र्रे में बसे हुए थे वो
कैसे मैं भुलाऊँ, वो तो पहला प्यार था

हर फैसला तुम्हारा मुझको मंज़ूर था
दिल हमारा तेरे प्यार में ही चूर था
कुछ बात थी ज़रूर, उनमें उलझे रहते थे
वरना तो देखने को ये जग सारा यार था

मुस्कुराहटों पे उनके जान निसार था
कैसे मैं बताऊँ, उससे कितना प्यार था

एक दूसरे के चाहतों में खो गए थे हम
दुनिया में बस बहारें थीं, नहीं था कोई ग़म
दिल जान उनपे हम तो अपना वार बैठे थे
हर बात पे उन्हीं के हमको ऐतबार था

मुस्कुराहटों पे उनके जान निसार था
कैसे मैं बताऊँ, उससे कितना प्यार था

था वो सफर सुहाना, मंज़िलें करीब थीं
सबसे अमीर हम ही थे, दुनिया गरीब थी
हर बूँद में लहू के उनका खुमार था
लगता था जैसे सदियों से बस इंतज़ार था

मुस्कुराहटों पे उनके जान निसार था
कैसे मैं बताऊँ, उससे कितना प्यार था

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 35 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माँ की एक कोर में छप्पन का भोग🍓🍌🍎🍏
माँ की एक कोर में छप्पन का भोग🍓🍌🍎🍏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*** लम्हा.....!!! ***
*** लम्हा.....!!! ***
VEDANTA PATEL
पेंशन
पेंशन
Sanjay ' शून्य'
"दान"
Dr. Kishan tandon kranti
!! शिव-शक्ति !!
!! शिव-शक्ति !!
Chunnu Lal Gupta
मैं नहीं तो, मेरा अंश ,काम मेरा यह करेगा
मैं नहीं तो, मेरा अंश ,काम मेरा यह करेगा
gurudeenverma198
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
Khaimsingh Saini
*चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)*
*चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
आप लोग अभी से जानवरों की सही पहचान के लिए
शेखर सिंह
गलतियाँ हो गयीं होंगी
गलतियाँ हो गयीं होंगी
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
उदास देख कर मुझको उदास रहने लगे।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
दिल से बहुत बधाई है पोते के जन्म पर।
सत्य कुमार प्रेमी
।। अछूत ।।
।। अछूत ।।
साहित्य गौरव
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
मैं ज़िंदगी भर तलाशती रही,
लक्ष्मी सिंह
Ab maine likhna band kar diya h,
Ab maine likhna band kar diya h,
Sakshi Tripathi
हिंदी भारत की पहचान
हिंदी भारत की पहचान
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
मुहब्बत ने मुहब्बत से सदाक़त सीख ली प्रीतम
आर.एस. 'प्रीतम'
23/81.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/81.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
मन मेरे तू, सावन-सा बन...
डॉ.सीमा अग्रवाल
जीवन
जीवन
Neelam Sharma
मन अपने बसाओ तो
मन अपने बसाओ तो
surenderpal vaidya
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
*Maturation*
*Maturation*
Poonam Matia
अगर आज किसी को परेशान कर रहे
अगर आज किसी को परेशान कर रहे
Ranjeet kumar patre
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
कभी अपने लिए खुशियों के गुलदस्ते नहीं चुनते,
Shweta Soni
"चाणक्य"
*प्रणय प्रभात*
Loading...