होली विशेषांक
सभी विज्ञजनों को होली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई सहित
स्वरचित होली के दोहे
तरह-तरह के रंग ले, खेलो तुम अब खेल।
रंगों के इस खेल ने, करा दिया अब मेल।।०१।।
श्यामल श्यामल गाल पर,श्यामा मले गुलाल।
पिचकारी ले श्याम जी, करते खूब धमाल।।०२।।
प्रताप