होली के हुड़दंग में
झाल करताल मृदंग संग में
रंग-बिरंगा ढोल मजीरा
बाजे राग-रंग में
होली के हुड़दंग में!!
भंग के तरंग में
फाग की उमंग में
नशेड़ीयों के संग में
मस्त हैं मतंग में
होली के हुड़दंग में!!
रंगरुट नवरंग में
रंगारंग रसरंग मे
डूब गए बहुरंग में
भागते सुरंग में
चोट अंग अंग में
फस गए कुसंग में
होली के हुड़दंग में!!
ठेस लगी उतरंग
हादसो के संग में
बह गए तरंग में
भींग गए रंग में
होली के हुड़दंग में!!
बसंती पवन के संग मे
इर्ष्या दुश्मनी को भुलकर
रंग जाए सद्भना के रंग में
हो जाए हम संग में
दिखे सब एक रंग में
रंगे हम प्रेम के रंग-ढंग मे
होली के हुड़दंग में!!
प्रस्तुति:
पवन ठाकुर “बमबम”
गुरुग्राम!!