होली की याद
होलि का त्यौहार हे आया सब के मन को भाया है।
नये विचारो से रंगने का फिर से मौसम आया है।।
कभी था गौबर कभी था कीचड़ कभी थी पानी की टंकी।
आज पुरानी यादो में फिर से रंगने का मोसमआया हे।।
कपडे फटते आसु आते फिर भी कही न थमते थे ।
आज उसी बच्चे बनने का फिर से मौसम आया है।।