होली का रंग छाया
होली का रंग छाया
सबको फ़ाग भाया
बुरी आदतों को भुलाया
होलिका दहन का जश्न मनाया
इक दूजे को रंग लगाया
प्रेम का रंग जगाया
गालों पर गुलाल भाया
मस्तक पर अबीर छाया
गुझियां पापड़ भाया
पकवानों ने मन भरमाया
ढोल मंजीरे संग फाग गाया
फाल्गुन ने सबको बौराया
होली का रंग छाया
सबको फाग भाया