होली का त्यौहार
माहौल पूरा रंगीन है
बंट रहा मीठा और नमकीन है।
गुलाल और गुब्बारों से सजा बाज़ार है
देखो आया होली का त्यौहार है।
गिले-शिकवो को तुम आज भूल जाओ
हंसी – ख़ुशी से तुम यह उत्सव मनाओ।
धमा-चौकड़ी बच्चों को करने दो
उनको तुम यह उत्सव जीने दो।
राधाकृष्ण भक्ति में झूम रहा संसार है
जैसे पूरा विश्व ही वृंदावन धाम है।
गुजिया – भल्ले से महकता हर घर आज है।
देखो आया होली का त्यौहार है।
– श्रीयांश गुप्ता