होते हुए देखा
रोशन सुबह को अँधेरी शाम होते हुए देखा
मोहबत मे कइयों को बदनाम होते हुए देखा
इज्जत गयी तैल लेने कुछ काम ना आयी
हमने तो भाइयो पैसो को सलाम होते हुए देखा
मेहनत से मिली रोटी दो वक्त की
धोखेबाजों का हमने आराम होते हुए देखा
लोकतंत्र का नाम देकर हो रही मनमानी
हमने तो इस आज़ादी को गुलाम होते हुए देखा
कहने को कहते है हम सब एक हैं हमने तो
कुछ दंगो की वजह अल्लाह राम होते हुए देखा