Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jul 2024 · 1 min read

*होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छं

होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते (राधेश्यामी छंद)
_________________________
होते यदि राजा-महाराज, तो फिर वैभव वह दिखलाते
उनके विवाह के समारोह, महॅंगे तब अद्भुत कहलाते
सब धनकुबेर पानी भरते, उनके मुकुटों के क्या कहने
उनके परिधान अलौकिक थे, उनके जैसे किस पर गहने
—————————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

40 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
चार मुक्तक
चार मुक्तक
Suryakant Dwivedi
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
कवि दीपक बवेजा
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बाँस और घास में बहुत अंतर होता है जबकि प्रकृति दोनों को एक स
बाँस और घास में बहुत अंतर होता है जबकि प्रकृति दोनों को एक स
Dr. Man Mohan Krishna
"दरअसल"
Dr. Kishan tandon kranti
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
संवेदनापूर्ण जीवन हो जिनका 🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्रिकेट
क्रिकेट
World Cup-2023 Top story (विश्वकप-2023, भारत)
प्रयास
प्रयास
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
लफ्जों के सिवा।
लफ्जों के सिवा।
Taj Mohammad
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
SURYA PRAKASH SHARMA
'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले। ये च हेलिमरी
'सर्वे नागा: प्रीयन्तां मे ये केचित् पृथ्वीतले। ये च हेलिमरी
Shashi kala vyas
किसान
किसान
Dp Gangwar
*शोध प्रसंग : क्या महाराजा अग्रसेन का रामपुर (उत्तर प्रदेश) में आगमन हुआ था ?*
*शोध प्रसंग : क्या महाराजा अग्रसेन का रामपुर (उत्तर प्रदेश) में आगमन हुआ था ?*
Ravi Prakash
महफिल में तनहा जले,
महफिल में तनहा जले,
sushil sarna
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
इंजी. संजय श्रीवास्तव
2975.*पूर्णिका*
2975.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
काश जज्बात को लिखने का हुनर किसी को आता।
Ashwini sharma
"आधी है चन्द्रमा रात आधी "
Pushpraj Anant
कितना और सहे नारी ?
कितना और सहे नारी ?
Mukta Rashmi
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
सदा बढ़ता है,वह 'नायक' अमल बन ताज ठुकराता।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"बदतर आग़ाज़" कभी भी एक "बेहतर अंजाम" की गारंटी कभी नहीं दे सक
*प्रणय प्रभात*
* सखी  जरा बात  सुन  लो *
* सखी जरा बात सुन लो *
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जाने क्या छुटा रहा मुझसे
जाने क्या छुटा रहा मुझसे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
विजय कुमार अग्रवाल
कुछ कहती है, सुन जरा....!
कुछ कहती है, सुन जरा....!
VEDANTA PATEL
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
8) “चन्द्रयान भारत की शान”
Sapna Arora
चौमासा विरहा
चौमासा विरहा
लक्ष्मी सिंह
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
जीवन की परिभाषा क्या ?
जीवन की परिभाषा क्या ?
Dr fauzia Naseem shad
Loading...