होते न बंद…#रास्ते कभी!
हुई शुरुआत कहां?वह लंबी राह कहां!
शुरू की जो तुमने,
खत्म होगी ये तय।
कठिन हो चाहे जितना,
चल दिया तो बस सोच इतना,
फूल,कांटे मग के होंगे,
दूर भ्रम सब जग के होंगे।
पद चिन्हों पर चलेगी तेरे ये संसार भी,
होते न बंद….#रास्ते कभी।।
समझ तू न छोटा खुद खुद को,
जो करे प्रयास पा ले तू रब को।
है न कोई डगर ऐसा,सरल तेरे राह जैसा।।
लड़ लड़ाई तू खुद से,
झोंक प्रतिभा सारी अपनी अब से।
तू न मंजिल से,मंजिल है तुझसे।
होता है जो तेरा हार भी,
होते न..#रास्ते बंद कभी।।
हौसला गर तेरी बुलंद होगी,
फिर जग के सारे द्वार खुली।
…✍️.. मनोज।।