होती तकरार है ______ घनाक्षरी
चल रही चल रही कैसी यह बयार है।
छोटी-छोटी बातों पर होती तकरार है।
नर देखे नारी देखी देखे घर परिवार।
प्रीत प्यार भूल गए होती तकरार हैं।।
मान सम्मान की तो बातें कोसों दूर हुई।
निजी पन में भी अब होती तकरार है।।
कोई नहीं मानता है अपनी ही तानता है।
जानते सभी है पर होती तकरार है।।
राजेश व्यास अनुनय