होके रुकसत
होके रुकसत कहा जाओगे
जहा भी जाओगे वहा की यादों में हमे ही पाओगे
हर गली हर चौराहे पर हम दोनो ने यादों के बीज बोए है
इतनी आसानी से भुलाए नहीं जाएंगे
किसी और की बाहों में चले तो जाओगे लेकिन हमारी ओ खुसबू कहा से लाओगे
तुम्हारी धड़कन तक में है हम समाए
इतनी आसानी से हम भुलाए नहीं जाएंगे।