होंठों पर मुस्कान रहे
अंतर्मन का आनंद बड़े, होंठों पर मुस्कान रहे
प्रेम प्रीत का दौर चले, जीवन में नहीं थकान रहे
पल पल मौज रहे दिल में, हरदम मस्त बहार रहे
मधुर मिलन की बेला में, मित्रों का इंतजार रहे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अंतर्मन का आनंद बड़े, होंठों पर मुस्कान रहे
प्रेम प्रीत का दौर चले, जीवन में नहीं थकान रहे
पल पल मौज रहे दिल में, हरदम मस्त बहार रहे
मधुर मिलन की बेला में, मित्रों का इंतजार रहे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी