है नहीं अकेला
दिनांक 10/7/19
नहीँ है
अकेला
तू इन्सान
है साथ
ईश्वर तेरे
हर
अच्छे बुरे का
है लेखा
मौला के पास
कर्म कर
अच्छे
नहीं रहेगा
अकेला
दुनियाँ में
हैं लोग बहुत
दे साथ
जो वक्त पर
छोड़े नहीं
अकेला
है वही
मित्र सच्चा
मानों एहसान
माता पिता का
नहीं छोड़ा
अकेला कभी
हो गये
सम्पन्न अब
मत छोड़ो
उन्हें अकेला
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल