है नसीब अपना अपना-अपना
किसको क्या मिले हैं नसीब अपना-अपना
खुशियां मिले या गम है नसीब अपना-अपना
राहें जुदा-जुदा हैं सुख-दुख की जिंदगी में
मिले कौन सी डगर ये है नसीब अपना-अपना
कोई पूजता खुदा को कोई प्यार पूजता है
किसको खुदा मिले हैं ये नसीब अपना-अपना
सब कुछ दिया खुदा ने हर एक आदमी को
पत्थर मिला है या दिल है नसीब अपना-अपना
मत रखना चाह दिल में संतान के लिए तुम
बेटा मिले चाहे बिटीया है नसीब अपना-अपना
बेटा करें अय्याशी है बिटिया से नाम रोशन
दुनिया ही फिर कहेगी है नसीब अपना-अपना
संस्कार देना अच्छे अरे बेटा हो चाहे बिटिया
तकदीर जो भी बनाए है नसीब अपना अपना
हर पल ही देखते हैं सपने सब इस जहाॅ॑ में
होते हैं साकार किसके है नसीब अपना-अपना
‘V9द’ की नसीहत हरदम तुम याद रखना
अपने ही हाथों में है अरे नसीब अपना-अपना