Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2019 · 1 min read

है ख्वाहिश मेरी भी:-बेटी

थी ख्वाहिश उस आसमान मे उडने की,
पर लडकी कह्कर टोक दिया।
जाना चाहूँ मैं भी सकूल ,
ये कह्ते ही गला द्बोच लिया।
बनना चाहूँ मैं अच्छा इंसान,
तो लोगो ने इंसानियत दिखाना छोड दिया ।
थोडी सी क्या हो गयी बडी,
लोगो ने सपने छुडाना शुरु कर दिया ।
सोचा करू देश का नाम,
तो लोगो ने बेटी बचाना छोड दिया।
सुझाव :-सुनो भारत के सोये हुए इंसानो एक दिन ऐसा आयेगा ।जब तुम्हे बेटी का मह्तव समझ आयेगा ।तब तुम रोओगे पर तुमहारे आंसू पोछ्ने के लिये बेटीया नही होगी
written by :- babita shekhawat

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 239 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2510.पूर्णिका
2510.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ठंड
ठंड
Ranjeet kumar patre
ओमप्रकाश वाल्मीकि : व्यक्तित्व एवं कृतित्व
ओमप्रकाश वाल्मीकि : व्यक्तित्व एवं कृतित्व
Dr. Narendra Valmiki
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
कर्म रूपी मूल में श्रम रूपी जल व दान रूपी खाद डालने से जीवन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
सविता की बहती किरणें...
सविता की बहती किरणें...
Santosh Soni
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
सुंदरता के मायने
सुंदरता के मायने
Surya Barman
ना मानी हार
ना मानी हार
Dr. Meenakshi Sharma
"अजीज"
Dr. Kishan tandon kranti
विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त)
विषय:- विजयी इतिहास हमारा। विधा:- गीत(छंद मुक्त)
Neelam Sharma
We Would Be Connected Actually
We Would Be Connected Actually
Manisha Manjari
" मेरे जीवन का राज है राज "
Dr Meenu Poonia
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
पलटूराम में भी राम है
पलटूराम में भी राम है
Sanjay ' शून्य'
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
शेखर सिंह
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
ज़िन्दगी में सफल नहीं बल्कि महान बनिए सफल बिजनेसमैन भी है,अभ
Rj Anand Prajapati
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
Vipin Singh
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
मैं छोटी नन्हीं सी गुड़िया ।
लक्ष्मी सिंह
लिखने से रह गये
लिखने से रह गये
Dr fauzia Naseem shad
बिन बोले ही हो गई, मन  से  मन  की  बात ।
बिन बोले ही हो गई, मन से मन की बात ।
sushil sarna
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
Paras Nath Jha
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
प्रियवर
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
■ सर्वाधिक चोरी शब्द, भाव और चिंतन की होती है दुनिया में। हम
■ सर्वाधिक चोरी शब्द, भाव और चिंतन की होती है दुनिया में। हम
*Author प्रणय प्रभात*
💐प्रेम कौतुक-264💐
💐प्रेम कौतुक-264💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
মানুষ হয়ে যাও !
মানুষ হয়ে যাও !
Ahtesham Ahmad
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
ज़माने भर को हर हाल में हंसाने का हुनर है जिसके पास।
शिव प्रताप लोधी
ख्वाब उसका पूरा नहीं हुआ
ख्वाब उसका पूरा नहीं हुआ
gurudeenverma198
तुमने - दीपक नीलपदम्
तुमने - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...