हैवानों के देश में ,विष की फलती बेल
हैवानों के देश में ,विष की फलती बेल
भूल तभी अपना धरम ,खेलें खूनी खेल
खेले खूनी खेल, , बताकर काम जिहादी
अपने सारे पाप, छिपाते दहशतवादी
कहे अर्चना याद , करोगे तुम शैतानों
सिखलायेंगे पाठ, तुम्हें ऐसा हैवानों
डॉ अर्चना गुप्ता