Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Dec 2019 · 1 min read

“हैवानियत में सियासत”

तुम फैसले का इंतज़ार करते रहना
वो हर रोज़ बलात्कार करता रहेगा,
तुम धर्म की सियासत में उलझे रहना
वो बेटियों की तिज़ारत करता रहेगा।

मर चुका है ज़मीर तुम्हारा
तुमसे क्या उम्मीद की जाए!!
जब आँख तुम्हारे ज़ानिब उठे,
शायद तुम्हे तब होश आजाए!

क्या तुम तब भी मौन रहोगे?
अपने काम मे मग्न रहोगे?
कभी उठोगे भी नींद से?
या सोये ही मर जाओगे??

वो लूट भी रहा है, सरेआम जला रहा है,
हर जुर्म को अपने, वो बख़ूबी निभा रहा है,

तुम्हारा क्या? तुम्हें तो हर नज़र में धर्म दिखता है,
बहन की आबरू लूट जाए,
उस रोज़ अखबार भी ख़ूब बिकता है।

नींद में सारे चौकीदार हैं,
अब तो बस लुटेरों की बहार है,
घर से बेटी निकली हैं क्या?
हर क़दम पे हैवानियत की तलवार है।

अपाहिज़ कानून से
किस बात की उम्मीद किए बैठे हो?
जिस आँख पर पट्टी लगी है,
उससे रौशनी की उम्मीद किये बैठे हो!

बेगुनाहों को मारने तो
पूरी भीड़ मिल जाती है,
जब अस्मत नारी की लुटे,
ये मर्दानगी तब कहाँ जाती है?

चलो माफ करो,
तुम अब भी धर्म के सौदागर हो,
इंसानियत बाँटने को तो,
अब भगवान सा ज़िगर हो।
ख़ैर
मर चुका हो ज़मीर जिसका
उस से और क्या उम्मीद की जाए?!
जब आँख तुम्हारी ज़ानिब उठे,
शायद तब तुम्हें होश आ जाए!?
-सरफ़राज़

404 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कितना बदल रहे हैं हम ?
कितना बदल रहे हैं हम ?
Dr fauzia Naseem shad
दहलीज के पार 🌷🙏
दहलीज के पार 🌷🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
अश्क चिरैयाकोटी
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
डॉ० रोहित कौशिक
क़लम, आंसू, और मेरी रुह
क़लम, आंसू, और मेरी रुह
The_dk_poetry
आंसू
आंसू
नूरफातिमा खातून नूरी
ख़्वाब सजाना नहीं है।
ख़्वाब सजाना नहीं है।
Anil "Aadarsh"
कर ले प्यार हरि से
कर ले प्यार हरि से
Satish Srijan
झील बनो
झील बनो
Dr. Kishan tandon kranti
*जाते देखो भक्तजन, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*जाते देखो भक्तजन, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
गरीबी और लाचारी
गरीबी और लाचारी
Mukesh Kumar Sonkar
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
💐प्रेम कौतुक-383💐
💐प्रेम कौतुक-383💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
** चीड़ के प्रसून **
** चीड़ के प्रसून **
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
कुछ लोग बड़े बदतमीज होते हैं,,,
विमला महरिया मौज
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
🌹🌹🌹फितरत 🌹🌹🌹
umesh mehra
गुरु माया का कमाल
गुरु माया का कमाल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
प्यार टूटे तो टूटने दो ,बस हौंसला नहीं टूटना चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
बढ़ना होगा
बढ़ना होगा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
खो गए हैं ये धूप के साये
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
फ़ितरत-ए-साँप
फ़ितरत-ए-साँप
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
फोन:-एक श्रृंगार
फोन:-एक श्रृंगार
पूर्वार्थ
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
10) पूछा फूल से..
10) पूछा फूल से..
पूनम झा 'प्रथमा'
आइए जनाब
आइए जनाब
Surinder blackpen
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
#परिहास-
#परिहास-
*Author प्रणय प्रभात*
हर रात की
हर रात की "स्याही"  एक सराय है
Atul "Krishn"
Loading...