हैप्पी हैल्दी लाइफ
ताया ने सीख दी
अपने अंतिम समय मे,
सेहत का ख्याल रखना
धन संचित करना।
पहली पर फोकस नही
दूजी पर जुटा रहा,
माना ये कि पैसा सब कुछ
जी जान से लगा रहा।
प्रायः सभी धन अर्जन को
काम कहते औ काम पे जाते
प्राथमिकता देकर लगे रहते,
मिलेगा सब यदि ये हो तो
ऐसा सोचते ऐसा ही करते।
बाद इसके आता परिवार
इसी से हम हमारा फर्ज,
जरूरतें हो पूरी रखते ख्याल
हम और हमारे सभी यार।
दिन महीने साल बीत गये
उम्र बढी काया ढली बेख्याली में,
मेरे अपने मेरे सपने सयाने हो गये
सब बने खुद जिये तंगहाली मे।
प्राथमिकता होनी चाहिए
स्वयं दूजा परिवार काम तीजा,
मत समझो गलत स्वार्थी मुझे
खुद ठीक सब ठीक अच्छा नतीजा।
हल्का सात्विक भोजन जीने के लिए
न कि जीवन भोजन के लिए,
जल्दी सोना उठना और टहलना
ब्रम्ह मुहूर्त मे प्रभु सानिध्य मे रहना।
हैप्पी हैल्दी लाइफ को ये है करना
मानो बात तो ठीक फिर न कहना
स्वरचित मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित
?
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 9044134297