हैप्पी फादर्स डे(हास्य व्यंग)
वृद्धाआश्रम में मनाया फादर्स डे
बोलो सब मिलकर हैप्पी फादर्स डे
टुकुर – टुकुर – टुक करके आज मैं
जल्दी – जल्दी तैयार हो जाऊं ।
पुराने कपड़े को प्रेस कर ,नया कर दूंगा ।
आज मेरे जिगर के टुकडे का दर्शन होगा।
‘फादर्स डे ‘ आया जो आज है।
बोलेगा पिताजी कैसे है ?
मेरी आंखों में एक सवाल होगा
बेटा तुम कैसे हो ?
तुम अपने जिगर के टुकड़े को क्यों नहीं लाए ?
पापा सब ठीक है ।
एक ,दो सेल्फी हो जाएगा।
बेटे का भी फेसबुक पर अकाउंट तो जरूर होगा।
सोशल मीडिया में दिखाना है
पापा को कितना प्यार करते हैं
हैप्पी फादर डे बोल कर निकल जाएगा।
दोनों हाथों से आशीर्वाद देकर
मैं भी बोलूंगा बेटा जीते रहो।
हैप्पी फादर्स डे, तुम भी अब पापा हो।
तुम भी अब पापा हो।
गौतम साव